Archive for September 2014

ढूंढना







वो पूछते हैं उनकी मौजूदगी कहाँ हैं मेरी शायरी में


मैं मुस्कुराके कहती हूँ शायरी की वजह का शायरी में 




मौजूदगी ढूंढना अच्छी बात नहीं...
Friday, 26 September 2014
Posted by Unknown

कयामत






काश कयामत के दिन सवाल हो बेवफाओं का,




और तुम गले लग के कहो . . . .



ख़ुदा का वास्ता मेरा नाम मत लेना...!
Posted by Unknown

दहेज awsm lines










दहेज से जली बेटी को


जब बाप ने आग देनी चाही


तो लाश बोल पड़ी:-


"बाबूजी! फिर मत जलाओ,


जलने मेँ बड़ा दर्द होता है।"
Posted by Unknown

तकलीफ








दिल के छालो को कोई शायरी कहे,

तो दर्द नही होता,

तकलीफ तो तब होती है,

जब कोई वाह_वाह करता है.....!!!!
Posted by Unknown

कहानी








बुझे जो सिर्फ तुमसे वो प्यास बन जाओ

ढुढता फिरे हर कोई वो तलाश बन जाओ,

मत सोचो तुम पर कोई कहानी लिखी जाए

तुम खुद दुनिया के लिए इतिहास बन जाओ.
Posted by Unknown

Aayegi




Palat Ke Aayegi Woh Intezaar Karta Hun..
Qasam Khuda Ki Usey Ab Bhi Pyaar Karta Hun...!
Main Jaanta Hun Ki Ye Sirf Dard Deti Hain..
Magar Main Chaahaton Pe Aaj Bhi Aitbaar Karta Hun ...!! 
Posted by Unknown

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