Posted by : Unknown Friday, 1 August 2014







नहीं आसाँ तो मुश्किल ही सही

मुझको मोहब्बत है' तुम से ही 

नाज़ है तुम्हें' थोड़ा ग़ुरूर मुझे

मैंने दिल लगाया है' तुम से ही

आज न पिघला तो कल पिघलेगा

यह बात हम सुनेंगे' तुम से ही

आज दूरियाँ हैं तेरे-मेरे बीच

ज़रूर कल मिलेंगे' तुम से ही....

Leave a Reply

Subscribe to Posts | Subscribe to Comments

Popular Post

Powered by Blogger.

Contributors

Followers

Search This Blog